https://onlinesamachaar.com/wp-admin/theme-editor.php?file=header.php&theme=astra Verification: b15e0a08150131a8 हम लोहड़ी क्यों मनाते हैं: Jane Mahatav और लोहड़ी Song -

हम लोहड़ी क्यों मनाते हैं: Jane Mahatav और लोहड़ी Song

Lohri- Makar SakrantiNEW DELHI, Jan 8, (OnlineSamachaar): लोहड़ी  का त्यौहार मुख़्य रूप से पंजाब या उत्तरी क्षेत्र मैं सिख और हिन्दू समुदाय के लोगो द्वारा मनाया जाता है। लोहड़ी किसानो का लोकप्रिय फसल त्यौहार है जो की मकर सक्रांति से एक रात पहले मनाया जाता है। और यहाँ यह पारम्परिक तौर पर शीतकालीन त्यौहार है। शीतकालीन सक्रांति के दौरान , जब सूर्य उत्तरी की और यात्रा करती है तो आगे लम्बे दिनों की प्रतीक्षा शुरू हो जाती है ।  लोहड़ी वो दिन है जब सूर्य पृथ्वी से सबसे करीब होती है। इसलिए यह त्यौहार नयी फसल के समय के मौसम की शुरुयात का प्रतीक है। 

तारीख :

चंद्र सौर की विक्रमी केलिन्डर के सौर बाघ के अनुसार या हिन्दू सौर केलिन्डर के अनुसार लोहड़ी पौह महीने मैं आती है । यह वर्षा ग्रेगोरियन केलिन्डर के अनुसार 14 जनुअरी को मनाया जाता है।

इतिहास और महत्व :

पंजाब की मुख़्य शीतकालीन फसल गेहूं , अक्टूबर में बोई जाती है और भारतीय राज्य के खेतो में january  में अपने चरम पर देखि जाती है। फसल की कटाई बाद में मार्च में की जाती है , लेकिन रबी की फसल की कटाई के हफ्तों के बाद लोग लोहड़ी का त्यौहार और सक्रांति मानते हैं। 

Lohri Aur Dulha Bhatti:

दुल्ला भट्टी वाला एक पंजाबी नौजवान था जो कि हिंदू लड़कियों के बेचने का विरोध करता था I कुछ पुराने रिवाज के अनुसार मंडप में से लड़कियों उठाकर बेचने की परंपरा थी I वही ये नौजवान बस लड़कियों को ले जाकर हिंदू लड़कों से शादी करा देता हे था I हे इसी वजह से हिंदू परिवारों में हे दुल्ला भट्टी की बहुत इज्जत थी I इसी वजह से दुल्ला भट्टी को थोड़ी के दिन अपने गीतों में जाकर पंजाब के लोग इसको सम्मान देते हैं I

LOHRI SONG:

 

Sundar munadarīē…Hō

Tērā kōna vichara…Hō

Dulā bhahī vālā… Hō

dulē nē dhī vihā‘i…Hau

Sēra śakara pāē…Hō

Kuṛī dā lāla paṭākhā..Hō

Kuṛī dā sālu pāṭā…Hō

Sālū kōna samēṭē!

Chache choori kui!

Zamidārā lui

Jameendaar sudhaae

Bam tham bhole ghaye

Ek to bhola rah gaya

Sipaahee  pakadakar le gaya

sannoo dede lohrii, aur teri Jeeve Jodi

 

 

 

सुनदर मुनदरी’ए…हो

उसका  विचार है…हो

दुला भठ्ठी वाला… हो

दुले नी धी विहाई…

बर्फ सेर शकर पा’ए…हो

कुरी दा लाला पटाखा..हो

कुरी दा सालु पता…हो

सालु कोना समेटे!

चाचे चूरी कुटी!

जमीदारा लुटी

जमींदार सुधाए

बम थम  भोले  गाए 

एक  भोला  रह  गया

सिपाही  पकड़ के ले  गया

सन्नू  देदे  लोहड़ी ,  तेरी जीवे  जोड़ी

 

 

 

Related  Post  : https://onlinesamachaar.com/ib-acio-admit-card-2024/

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top
Verification: b15e0a08150131a8